10 प्रतिशत नियम संबंधित है – ऊर्जा का खाद्य के रूप में एक पोषी स्तर से दूसरे पोषी स्तर तक पहुंचने से
जीव से जैव मंडल तक जैविक संगठन का सही क्रम है – जनसंख्या –> समुदाय –> पारिस्थितिक तंत्र –> भू-दृश्य
स्वपोषी (स्वपोषज) स्तर पर उत्पादन को कहा जाता है – प्राथमिक उत्पादकता
परपोषी (विषम पोषणज) स्तर के उत्पादन के संदर्भ में आता है – द्वितीयक उत्पादकबता
एक पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा की मात्रा एक पोषण स्तर से अन्य स्तर में स्थानांतरण के पश्चात – घटती है
कुछ कारणोंवश यदि तितलियों की जाति (स्पीशीज) की संख्या में बड़ी गिरावट होती है तो इसके जो संभावित परिणाम हो सकते हैं, वे हैं – कुछ पौधों के परागण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके कारण करों, मकडि़यों और पक्षियों की कुछ प्रजातियों की समष्टि में गिरावट हो सकती है।
पारिस्थितिकी पारस्परिक संबंधों का अध्ययन है – जीव और वातावरण के बीच